पर कहाॅं है हानि कितनी सोचना हर हाल में। पर कहाॅं है हानि कितनी सोचना हर हाल में।
तपता सूरज, जलती धरती, नंगे पाँव न, सिर पर पगड़ी। तपता सूरज, जलती धरती, नंगे पाँव न, सिर पर पगड़ी।
कर प्रदूषण मुक्त धरा को,आने वाले कल को हम बचायेंगे । कर प्रदूषण मुक्त धरा को,आने वाले कल को हम बचायेंगे ।
स्वछता हमारा फर्ज़ है, यह देश का हम पर कर्ज़ है। स्वछता हमारा फर्ज़ है, यह देश का हम पर कर्ज़ है।
ऐ खुदा गुजारिश है तुझसे मुझे अगली जिन्दगी में दरख्त ही बनाना! ऐ खुदा गुजारिश है तुझसे मुझे अगली जिन्दगी में दरख्त ही बनाना!
कुछ बीज जब हमने लगाये अंकुर आये मन को भाये। कुछ बीज जब हमने लगाये अंकुर आये मन को भाये।